त्यौं रसखानि न जानि परै सुखमा तिहुँ, लोकन की अति बाढ़ी। त्यौं रसखानि न जानि परै सुखमा तिहुँ, लोकन की अति बाढ़ी।
खिले पुष्प नवरंग मन में भरकर उमंग। खिले पुष्प नवरंग मन में भरकर उमंग।
पर हाय तुम्हारा ये बाप अभागा, कुछ भी तो न मैं कर सका,जिस गोद में खेली थीं, अंत भी उसी की गोद में हुआ... पर हाय तुम्हारा ये बाप अभागा, कुछ भी तो न मैं कर सका,जिस गोद में खेली थीं, अंत भ...
चाह है हमें कितना कविता से तुम्हें बताया करूंगी। चाह है हमें कितना कविता से तुम्हें बताया करूंगी।
आँखों में पानी भरती आँखों में पानी भरती
घर की रौनक होती है बेटियाँ, आंगन रूपी बगिया को महकाती है बेटियाँ। चिड़ियों सी चहकती है बेटियाँ घर की रौनक होती है बेटियाँ, आंगन रूपी बगिया को महकाती है बेटियाँ। चिड़ियों सी च...